कछुआ चाल
स्लो एंड स्टीडी विंस वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी. लेकिन, आजकल कछुए जीतते नहीं, सिर्फ जीते हैं. क्योंकि रेस खरगोशों से नहीं, बल्कि इंसानों से है, जो उन्हें उनके नैसर्गिक परिवेश से बाहर निकालकर अपने करीब रखकर अपना प्रेम प्रदर्शित करते हैं.