Ab life ke aur kareeb

चलो उस पार चलो

जल परिवहन पर इन दिनों काफी जोर दिया जा रहा है. लेकिन, बहुत सारे गाँवों में तो सदियों से इसे काम में लाया जा रहा है. इसकी वजह भी है कि एक तो सड़क मार्ग से जाने में नाव से दूसरी ओर जाने के मुकाबले कई गुना ज्यादा वक्त लगता है, दूसरे यह नाव के किराए की तुलना में खर्चीला भी पड़ता है. उ.प्र. के जेपीनगर जनपद में गंगा नदी के तटवर्ती गांव तिगरी का एक दृश्य, जहाँ नाव से मुसाफिर आ—जा रहे हैं.

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