हरियाली में हरियल
आपने अभी तक गिरगिट को ही देखा होगा कि वह जिस तरह के माहौल में रहता है, वैसा ही रंग ले लेता है, ताकि उसे कोई देख न पाए. लेकिन, इन महाशय ने संयोगवश या जानबूझकर एक हरे—भरे पेड़ पर डेरा लगाया है और कुदरत की कलाकारी देखिए कि दोनों के हरे रंग में इतनी समानता है कि आसानी से आँखें मिट्ठू महाराज को देख ही नहीं पातीं.
- अविनाश गावंडे