Ab life ke aur kareeb

रात का कैनवास

रात के कैनवास पे अँधेरे की कविता… अँधेरे और रोशनी का बड़ा अजीब सा रिश्ता है. बेशक दोनों के बीच हमेशा टॉम एंड जेरी टाइप की फाइट चलती रहती है, लेकिन हकीकत यही है कि दोनों का वजूद एक-दूसरे पर निर्भर है. अँधेरा न हो तो रोशनी को कोई न पूछे, और सिर्फ रोशनी ही रोशनी हो तो लोगों को अँधेरे की जरूरत महसूस होने लगती है.

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