Ab life ke aur kareeb

अकेले हैं तो क्या…

कहते हैं कि कुत्ते हमेशा ग्रुप में ही ज्यादा बहादुर बनते हैं. लेकिन हमेशा ऐसा ही हो जरूरी नहीं. कई बार संख्या की बनिस्बत मौका ज्यादा मायने रखता है. किसी अजनबी को देखकर, या अपने इलाके में दूसरे सजातीय की अनऑथेराइज्ड एंट्री से अकेला कुत्ता भी फॉर्म में आ जाता है.

Comments are closed.