रोटी है गोल
रोटी पर लिखी बहुत सारी कवितायें और मुहावरे आपने सुन रखे होंगे और रोटी तो रोज ही खाते होंगे, लेकिन क्या आपने कभी खुद रोटी बनाकर देखी है? रोटी चाहे रूमाली हो, तंदूरी हो, तवा रोटी हो, मटका रोटी हो, फुलका हो, चपाती हो… हर तरह की रोटी बनाने के लिए काफी प्रैक्टिस और पेशेंस की जरूरत होती है. वर्ना दुनिया के किसी भी देश नक्शा बन जाता है.
- सूरज तेलंग, नागपुर