पार्किंग प्लीजर
देश के लगभग सभी कस्बों, शहरों और महानगरों में पार्किंग की समस्या जिस तरह लोगों को हलकान किये हुए है, उसे देखते हुए इस प्रकार के दृश्य बहुत सुकून देते हैं. लेकिन, यह हमेशा नहीं होता. पार्किंग चाहे पेड हो या अनॉथराइज्ड, लोगों को अपनी गाड़ी पार्क करने में जितनी मेहनत और वक्त लगता है, उतने में वे अपने काफी काम निपटा सकते हैं. इसकी वजह यही है कि सार्वजनिक परिवहन का लगातार बद से बदतर होते जाना और निजी वाहनों की बढ़ती संख्या.