नदी के मुसाफिर
मध्य प्रदेश के मंडला को उसके पड़ोसी गांव महाराजपुर से जोड़ने वाला यह हिस्सा परिवहन ही नहीं, बल्कि कई परिवारों की जीविका के लिए भी काफी महत्वपूर्ण हुआ करता था. लेकिन अब नदी पर बने नए पुल ने इस पार से उस पार आने—जाने वालों को एक आसान विकल्प दे दिया है, जिसका असर उन मल्लाहों पर पड़ा है, जो घाटों के बीच नाव से सवारियां लाते—ले जाते थे. अब यहाँ सिर्फ एक तने से बनी डोंगियां ही नजर आती हैं, जिनमें इने चलाने वाला ही बैठ सकता है.