Posted on Nov 13, 2021 at 9:39 am · by Team ZN 0 समवेत सुर की नदियां हर दिशा से… इंसान भले ही साथ निभाने में संकोची हो, लेकिन इस मामले में श्वानों का कोई सानी नहीं है. बस कहीं एक श्वान को उकसाने की देर है, उसके भौंकना शुरू करते ही दशों दिशाओं से उसके हमनस्लों का समवेत स्वर आसमान को गुंजा देगा. Team ZN View all posts by Team ZN → Comments are closed.