आजादी की अहमियत
हम खुशनसीब हैं, जिन्हें बिना कुछ किए—कराए ही आजादी विरासत में मिल गई है. लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं कि हम दूसरों की आजादी छीन लें. परिंदों को आसमान में उड़ने का हक है, खरगोशों को मैदान में कुलांचे भरने का. लेकिन, हम अपने जरा से सुख के लिए उनसे उनका हक छीन कर उन्हें कैद कर लेते हैं. हमें दया तो आती नहीं, कम से कम थोड़ी शर्म आएगी क्या कभी?
- हिमांशु खोले, नागपुर