काल्पनिक शत्रु
कुछ पक्षी इतने उग्र होते हैं कि उन्हें दूसरा पक्षी बर्दाश्त ही नहीं होता… भले ही वह उनका भ्रम ही क्यों न हो. एक खिड़की के पीछे बैठकर अपने ही प्रतिबिम्ब को प्रतिद्वंद्वी समझने वाले इस पक्षी को ही लीजिए. बहुत देर से जूझ रहे हैं, शायद चोंच भी दर्द करने लगी हो और भले ही विरोधी का कुछ बिगाड़ नहीं पा रहे हों, लेकिन हार मानने को तैयार नहीं हैं. दूसरा वीडियो देखेंगे तो पाएंगे कि ये तो और भी जिद्दी हैं. बैक व्यू मिरर पर चोंच मार—मार कर चोंच लहूलुहान कर ली है, लेकिन क्या मजाल जो पीछे हट जाएं.
- संजीव अग्रवाल, कोठद्वार से
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