हम साथ-साथ हैं…
अलग-अलग रंग, मगर एक भावना, प्यार की. एक अहसास, परिवार होने का. इस श्वान समूह का आपस में पता नहीं कोई खून का रिश्ता है या नहीं. लेकिन, एक साथ रहते-रहते अपनेपन का एक रिश्ता तो शायद कायम हो ही चुका है. आप अपनी इंसानियत पर नाज कीजिये, हमें हमारी श्वानियत पर गर्व है.