ग्लोरी आॅफ गोलकुंंडा
हैदराबाद
से करीब पांच मील पश्चिम की ओर स्थित गोलकुंडा एक ऐतिहासिक नगर है, जिसकी पहचान है सात सौ साल पुराना यह विशाल दुर्ग. जो एक समय शक्तिशाली राजाओं को आकर्षित करता था, आज पर्यटकों को आकर्षित करता है. इसका निर्माण वारंगल के हिन्दू राजाओं ने बनवाया था और देवगिरी के यादव तथा वारंगल के ककातीय नरेशों के अधिकार में रहा था, जिसकी पुष्टि इसके दुर्ग की दीवारों तथा द्वारों पर अंकित राजवंश के चिन्हों और खंडित अभिलेखों से होती है. 1364 ई. में वारंगल नरेश ने इस क़िले को बहमनी वंश के सुल्तान महमूद शाह को सौंप दिया था.
- सूरज तेलंग, गोलकुंडा से