सूरज नहीं चंदा
दिन में तारे नजर आना, यह मुहावरा आपने सुना तो होगा, लेकिन कभी तारे देखे नहीं होंगे. चाँद के साथ ऐसा नहीं है. कई बार उसे निकलने की इतनी जल्दी होती है कि वह रात होने का इंतजार नहीं करता और सूरज चाचा और चंदा मामा को मुलाकात का मौका मिल ही जाता है.