रंगों का उत्सव
होली के लिए भले ही मार्च का इंतजार करना पड़ता हो, लेकिन रंगोली के साथ ऐसी कोई बाध्यता नहीं है. इसे किसी भी मौके पर बनाया जा सकता है और बेमौके भी. महाराष्ट्र में दरवाजे पर रंगोली सजाना एक पुरानी और व्यापक परंपरा है. और जब मामला प्रतिस्पर्द्धा का हो तो फिर तो रंगोली कलाकारों का हुनर देखते ही बनता है.