नमे गंगामि!
हरिद्धार की हर की पौड़ी दिन के अलग-अलग प्रहरों में अलग-अलग रंग दिखाती है. खासकर दोनों तटों को जोड़ने वाले इस ब्रिज का, जिस पर इंसान ही नहीं, टू व्हीलर भी बिना किसी संकोच के आवागमन करते हैं. इस पुल पर खड़े होकर अगर अविरल बहती गंगा को निहारा जाये तो कई बार ऐसा लगता है, मानों जल नहीं बह रहा, बल्कि पुल तैर रहा है.