Ab life ke aur kareeb

टनल में ट्रेन

दिन के वक्त ट्रेन में विंडो सीट के पास बैठकर बाहर दूर—दूर तक फैली हरी—भरी वादियों को निहारने का जो मजा है, वो तो है ही, लेकिन अगर बीच में अंधेरा हो जाए तो घबराइएगा मत…क्योंकि ट्रेन सुरंंग से गुजर रही है.

यह अंधेरा कुछ ही सेकेंड की बात है. फिर तो जब तक ट्रेन सुरंग से गुजरती है, तब तक आप कभी सुनहरी रोशनी का लुत्फ लेते हैं, कभी स्याह अंधेरे का और ट्रेन की धड़धड़ाहट इस फिल्म में बैकग्राउंड म्यूजिक की कमी को पूरा करती है.

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