Ab life ke aur kareeb

स्ट्रीट आर्ट

कला और हुनर जरूरी नहीं कि बड़ी-बड़ी आर्ट गैलरियों में ही देखने को मिले. अगर कलाकार में दम है, आत्मविश्वास है तो वह अपनी कला को लोगों के सामने ले ही आता है. सड़क किनारे बनी इस छोटी सी झोपड़ी में रहने वाले एक अनजान कलाकार ने जिस तरह से मदर टेरेसा, महादेवी वर्मा, सुभाष चंद बोस, सरोजिनी नायडू, स्वामी विवेकानंद जैसी महान विभूतियों से अपने परिवेश को सजा रखा है, उसे देखकर लगता है कि उसकी कला ही नहीं, बल्कि आदर्श भी काफी उच्चस्तरीय हैं. अविनाश गावंडे, नागपुर

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