Ab life ke aur kareeb

राइज एंड फाल

जल अपनी जन्मदात्री धरती को छोड़ आसमान छूने की फिराक में कुलांचे मार रहा है. लेकिन बार—बार ऊपर जाता है और हर बार मुंह की खाकर नीचे वापस अपनी धरती माँ की गोद में आ गिरता है. वह भी बिना किसी शिकायत या नाराजगी के उसे पनाह दे देती है. माँएं होती ही ऐसी हैं.

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