Ab life ke aur kareeb

भूख का मारा, पप्पी बेचारा

लक नाम के इस श्वानपुत्र का लक शायद इसके नाम के अनुरूप नहीं है. वर्ना इसे भूख लगने पर ऐसे वैकल्पिक उपाय नहीं तलाशने पड़ते. कभी बेचारा बोरी खाता है, कभी कटोरा चबाता है. देखते हैं इसकी भूख—प्यास मिटने का वक्त कब आता है.

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