Ab life ke aur kareeb

आग ही आग

एक तो वैसे ही गर्मी, ऊपर से बारिश नदारद. ऐसे में इंद्र देवता को प्रसन्न करना जरूरी है. अब इसे इत्तेफाक कहें या इंद्र देवता की कृपा, जैसे ही यह हवन सम्पन्न हुआ,  हल्की सी बूंदाबांदी शुरू भी हो गयी.

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