Ab life ke aur kareeb

पेड़ की सवारी

बचपन और पेड़ का नाता सदियों पुराना है, लेकिन आज जिस तेजी से बागों और वनों का शहरीकरण हो रहा है,  उसने इस रिश्ते को कमजोर कर दिया है और बच्चों व पेड़ों की बीच दूरियां बढ़ा दी हैं. फिर भी अभी भी कुछ जगहों पर इनका अस्तित्व बचा हुआ है और बचपन भी.

  • संदीप अग्रवाल, कलाली रोड, धनौरा से

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